शब्द गर भावों का धरातल है शब्द गर भावों का धरातल है
स्वर्णिम-पिंजरे का संग छोड़कर आकांक्षाओं के पंख पसारकर अपनी मंजिल खुद ही पाएं। स्वर्णिम-पिंजरे का संग छोड़कर आकांक्षाओं के पंख पसारकर अपनी मंजिल खुद ही ...
तिनका-तिनका बिखरा जीवन एक प्रभंजन आया ऐसा तिनका-तिनका बिखरा जीवन एक प्रभंजन आया ऐसा
विकल हृदय की वेदना से, भाव जो प्रस्फुटित होते हैं विकल हृदय की वेदना से, भाव जो प्रस्फुटित होते हैं
संवेदनाओं भरा दिल संवेदनाओं भरा दिल
तू देखे टकटकी लगाए मैं कहूँ सब आँखें झुकाए, बात चलती रही जैसे बहरा है तू भी तू देखे टकटकी लगाए मैं कहूँ सब आँखें झुकाए, बात चलती रही जैसे बहरा ह...